विवरण
बिरसा मुंडा एक भारतीय जनजातीय स्वतंत्रता कार्यकर्ता थे और लोक नायक जो मुंडा जनजाति से संबंधित थे। उन्होंने एक आदिवासी धार्मिक सहस्राब्दी आंदोलन का नेतृत्व किया जो 19 वीं सदी के उत्तरार्ध में बंगाल प्रेसीडेंसी में ब्रिटिश राज के दौरान हुई, जिससे उन्हें भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण आंकड़ा बना दिया गया। विद्रोह मुख्य रूप से खौनी, तामार, सरवाडा और बैंडगांव के मुंडा बेल्ट में केंद्रित है