विवरण
इस्लामी मौलिकता को मुसलमानों के पुनरुद्धारवादी और सुधार आंदोलन के रूप में परिभाषित किया गया है, जिसका उद्देश्य इस्लाम की संस्थापक लिपियों को वापस करना है। इस शब्द का उपयोग इस्लामवाद, इस्लामी पुनरुत्थानवाद, क़्टबिज्म, इस्लामी सक्रियता, और पेजोरेटिव के रूप में आलोचना की गई है।