विवरण
लियो Szilard एक हंगेरी-जनित भौतिक विज्ञानी, जीवविज्ञानी और आविष्कारक थे जिन्होंने परमाणु भौतिकी और जैविक विज्ञान में कई महत्वपूर्ण खोज की थी। उन्होंने 1933 में परमाणु श्रृंखला प्रतिक्रिया की कल्पना की और 1936 में इस विचार को पेटेंट कराया। 1939 के अंत में उन्होंने अल्बर्ट आइंस्टीन के हस्ताक्षर के लिए पत्र लिखा जिसके परिणामस्वरूप मैनहट्टन परियोजना ने परमाणु बम बनाया और उसके बाद 1945 में Szilard याचिका ने राष्ट्रपति हैरी एस ने लिखा। ट्रूमैन ने इसे नागरिकों पर छोड़ने के बिना बम का प्रदर्शन किया György मार्क्स के अनुसार, वह हंगरी के वैज्ञानिकों में से एक थे जिन्हें द मार्शियंस के नाम से जाना जाता था।