विवरण
बेरूत को दो बार 1768-1774 के रसो-तुर्की युद्ध के दौरान शाही रूसी नौसेना के भूमध्य फ्लीट के स्क्वाड्रन द्वारा कब्जा कर लिया गया था, जो पहले जून 1772 में और 1773 से 1774 की शुरुआत में दूसरा था। इस अभियान में रूस का मुख्य उद्देश्य मिस्र के स्वायत्त शासक अली बी अल-कबीर के नेतृत्व में स्थानीय बलों की सहायता करना था, जो ओटोमन साम्राज्य के खिलाफ खुला विद्रोह में था।